यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के दस-दस टॉपर्स की उत्तर पुस्तिकायें रिजल्ट घोषित होने के लगभग डेढ़ माह के बाद भी नेट पर सार्वजनिक नहीं की हैं. जबकि शिक्षा मंत्री डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने टॉपर्स की कापियां नेट पर सार्वजनिक किए जाने का आदेश दिया था. ताकि दूसरे बच्चे भी इन उत्तर पुस्तिकाओं को देखकर प्रेरणा लें और बोर्ड के मूल्यांकन में भी पारदर्शिता लायी जा सके. वहीं यूपी बोर्ड की इस लेटलतीफी पर अभिभावकों ने नाराजगी जताते हुए रिजल्ट में पारदर्शिता लाने के लिए जल्द से जल्द टॉपर्स की कॉपियां नेट पर अपलोड करने की मांग की है.

बता दें कि यूपी बोर्ड ने इतिहास रचते हुए पहली बार अप्रैल के महीने में 2018 का हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट 29 अप्रैल को घोषित किया था. इस बार बोर्ड की परीक्षा पर सरकार की भी पैनी नजर थी. इसीलिए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में बोर्ड परीक्षायें करायीं गई और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में तय समय में पूरा हुआ.

हालांकि बाद में मॉडरेशन पॉलिसी को लेकर यूपी बोर्ड की काफी किरकिरी भी हुई. लेकिन इस बीच शिक्षा मंत्री डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा के उस आदेश का यूपी बोर्ड अब तक पालन नहीं कर सका है. जिसमें उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के दस-दस टॉपर्स की कापियां नेट पर अपलोड कर सार्वजनिक किए जाने के आदेश दिया था. वहीं टॉपर्स की कॉपियां नेट पर न डाले जाने को लेकर शिक्षक नेता और अभिभावक डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा के इस कदम को जल्दबाजी में उठाया गया कदम बताते हुए जल्द टॉपर्स की कॉपियां अपलोड करने की मांग कर रहे हैं.

यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव भी टॉपर्स की कॉपियां अपलोड किए जाने के सवाल पर गोलमोल जवाब दे रही है. उनका कहना है कि अभी बोर्ड में स्क्रूटनी का कार्य चल रहा है. उसके बाद ही कॉपियों को नेट पर सार्वजनिक किए जाने पर कोई फैसला लिया जायेगा.
Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours