लखनऊ । बसपा अध्यक्ष मायावती का कहना है कि देश व प्रदेश में भाजपा के गुरु-चेले (नरेंद्र मोदी-अमित शाह) ने अपनी ही पार्टी का स्तर गिराया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के स्थापना दिवस पर मुंबई में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्षी दलों को सांप-नेवला व कुत्ता-बिल्ली कहकर असभ्य व असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया है। इसी तरह की अपमानजनक व आपत्तिजनक संघी भाषा का इस्तेमाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर व फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान किया था, जिस पर जनता ने जोरदार चाबुक लगाकर उन्हें करारी हार का कड़ा सबक सिखाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.कर्ण सिंह ने भी राजनीति के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की है।

शाह-मोदी के रवैये से भाजपा केंद्र में अकेली 
भाजपा अध्यक्ष के कथन की भर्त्सना करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा कि शाह के ताजे बयान से फिर जनता के सामने प्रश्न खड़ा हो गया है कि क्या ऐसी असभ्यता व बदजुबानी देश की सत्ताधारी पार्टी को शोभा देती है, क्या ऐसी ही कथनी व करनी से देश में नए भारत का निर्माण होगा। मायावती ने कहा कि शाह व मोदी सरकार के अहंकारी तथा गरीब व जनविरोधी हठधर्मी रवैये से भाजपा केंद्र में अकेली पड़ गई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इसीलिए संसद नहीं चलने दी, क्योंकि उसे मालूम है कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान गरीब व किसान-विरोधी नीति और कार्यकलापों के साथ धन्नासेठ समर्थक नीतियों के कारण सरकारी भ्रष्टाचार के मामले में केंद्र सरकार की घोर लापरवाही व बैंक घोटालों में संलिप्तता का मुद्दा ज्यादा हावी रहेगा।

राजनीतिज्ञों को कुत्ता, बिल्ली कहना दुर्भाग्यपूर्ण : कर्ण सिंह
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.कर्ण सिंह ने कानपुर में राजनीति के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की और कहा कि किसी राजनीतिज्ञ के मुंह से दूसरे के लिए ओछी टिप्पणी शोभा नहीं देती है।  बिना नाम लिए एक बड़े राजनीतिक दल के अध्यक्ष पर टिप्पणी करते हुए कहा कि विरोधी दलों के नेताओं को कुत्ता, बिल्ली, सांप, नेवला कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। 70 वर्ष के राजनीतिक इतिहास में इतनी निंदनीय टिप्पणी किसी ने नहीं की। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण कानून बनाकर होना चाहिए या नहीं इस प्रश्न पर उन्होंने कहा कि राम सबके आराध्य हैं लेकिन, मंदिर मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में है इसलिए किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि आरक्षण समाप्त नहीं किया जा सकता है। हमारे संविधान ने ही आरक्षण दिया है फिर इसे समाप्त कैसे किया जा सकता है। जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर उन्होंने कुछ भी कहने से इन्कार किया। 
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