लखनऊ । माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का गठन शनिवार को कर दिया गया। राज्य सरकार ने सेवानिवृत आइएएस बीरेश कुमार को इसका अध्यक्ष बनाया है। इसके साथ ही छह सदस्यों की भी नियुक्ति की गई है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद बोर्ड के सदस्यों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। चयन बोर्ड गठन से अब 12720 नियुक्तियों का रास्ता साफ हो जाएगा। प्रधानाचार्य प्रधानाचार्य के 975 पदों पर भी भर्ती होनी है।
बीरेश लेंगे हीरा लाल का स्थान
नवनियुक्त अध्यक्ष बीरेश कुमार 1983 बैच के आइएएस अफसर रहे हैं। वह अपर मुख्य सचिव वाणिज्य के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। बीरेश कुमार पूर्व अध्यक्ष हीरा लाल का स्थान लेंगे जिन्होंने गत 10 अगस्त, 2017 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उप मुख्यमंत्री एवं माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि अध्यक्ष के अलावा छह सदस्य भी नियुक्त किए गए हैं। सदस्यों में ईश्वर शरण पीजी कालेज, इलाहाबाद के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. धीरेन्द्र द्विवेदी, सनातन धर्म इंटर कालेज वाराणसी के प्रधानाचार्य डॉ. हरेन्द्र कुमार राय, विकास नगर, लखनऊ के रमेश, एसएसबी कालेज, हापुड़ के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अजीत सिंह, एलपीके इंटर कालेज, गोरखपुर के प्रधानाचार्य डॉ. दिनेश मणि त्रिपाठी तथा आगरा कालेज, आगरा के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ओम प्रकाश राय को चयन बोर्ड का सदस्य बनाया गया है। बोर्ड में अभी भी चार सदस्यों के पद रिक्त हैं।
12720 नियुक्तियों का होगा रास्ता साफ
बोर्ड के गठन से अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों की 12720 नियुक्तियों का रास्ता साफ हो सकेगा। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद अगस्त 2017 में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को भंग कर दिया गया था। उस समय तक टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) के 7950 और प्रवक्ता के 1344 यानी कुल 9294 पदों पर आवेदन लिए जा चुके थे। इन पदों पर कुल 11.91 लाख लोगों ने आवेदन किए हैं। अक्टूबर 2017 में परीक्षा कराने की तैयारी की थी लेकिन, शासन के निर्देश पर बोर्ड भंग हो जाने से यह भर्ती अटक गई। वहीं टीजीटी-पीजीटी 2011 के तहत 1800 से अधिक पदों के लिए परीक्षा हो चुकी है। साक्षात्कार के बाद कुछ विषयों के परिणाम भी जारी हो चुके हैं। कई विषयों का परिणाम रुका है जिसे बोर्ड के नए अध्यक्ष और सदस्यों के कार्यभार ग्रहण करने और बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद शुरू किए जाने की संभावना है।
प्रधानाचार्य के 975 पदों पर भर्ती
इसी क्रम में प्रधानाचार्य पदों की भर्ती भी है। चयन बोर्ड ने 2011 में प्रधानाचार्य के 975 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था, जिसमें कानपुर मंडल के अतिरिक्त सभी अन्य मंडलों के साक्षात्कार पूरे हो चुके हैं। इसका परिणाम हाईकोर्ट के आदेश पर जारी होना है। चयन बोर्ड भंग रहने के कारण हाईकोर्ट ने 13 अक्टूबर, 2017 को कहा था कि जब तक चयन बोर्ड का गठन नहीं हो जाता है तो परिणाम कौन जारी करेगा। फिलहाल प्रदेश के सैकड़ों सहायता प्राप्त इंटर कालेज ऐसे हैं जहां नियमित प्रधानाचार्यों की नियुक्ति न होने के चलते वहां कार्यवाहक प्रधानाचार्यों से ही काम चलाया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से पीजीटी 2013 की अंतिम परिणाम इतिहास विषय का जारी होना है। 60 पदों पर प्रवक्ता भर्ती के लिए चयन बोर्ड में परिणाम बनकर तैयार है।
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