लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा, बसपा और कांग्रेस का नाम लिए बगैर आगाह किया कि जाति और परिवार के आधार पर बांटने वाली सरकारें जनता का हित नहीं कर सकतीं। ग्राम स्वराज अभियान के तहत प्रधानों से संवाद कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री शुक्रवार को लखीमपुर व सीतापुर में थे। इस दौरान उन्होंने लखीमपुर में 102 करोड़ की 65 जबकि सीतापुर में 326.76 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने सीतापुर में कमलापुर के विद्या ज्ञान स्कूल सुरैंचा में पहले योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया, साथ ही 1200 करोड़ की लागत से बायो फ्यूल प्लांट बनवाने की भी घोषणा की। इसके बाद प्रधानों से संवाद करते हुए कहा कि आप पूर्व और वर्तमान में तुलना करें। पहले योजनाएं गांवों तक नहीं पहुंच पाती थीं क्योंकि सरकारों के एजेंडे में गांव, किसान, नौजवान, दलित और वंचित नहीं थे। उनके एजेंडे में जाति थी, परिवार था। जब सरकारें जाति और परिवार के आधार पर बांटने लगती हैं तो वे किसी का हित नहीं कर सकतीं। उन्होंने अपना हित किया होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद सभी योजनाएं गांव तक पहुंच रही हैं।
चहुंमुखी विकास की उपलब्धियां बताईं
लखीमपुर खीरी में मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन केंद्र व प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजनाओं के प्रति जागरूक नहीं होंगे तो उनको योजनाओं का लाभ कैसे मिलेगा? लाहौरीनगर गांव में जन चौपाल को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने गांवों के चहुंमुखी विकास को लेकर तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत की है, जिनका लाभ गांव वालों को मिल रहा है कि नहीं ये जानने ही वह उनके गांव में, उनसे स्वयं रूबरू होने आए हैं। मुख्यमंत्री करीब तीन घंटे जिले में रहे। उसके बाद सीतापुर चले गए। इससे पहले योगी ने कलेक्ट्रेट में जिलास्तरीय अफसरों की मौजूदगी में विकास कार्यों व कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान प्रदेश पंचायत राज्य मंत्री भूपेंद्र ङ्क्षसह, भाजपा प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता भी मौजूद रहे।
मैनपुरी के आंकड़े बता ली चुटकी
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सीतापुर में मैनपुरी के आंकड़े बताकर चुटकी ली। उन्होंने पिछले एक वर्ष के कार्यकाल में मैनपुरी में 15 हजार आवास बनवाने की जानकारी दी। बताया कि पिछली सरकार के पूरे कार्यकाल में महज 500 आवास बने थे।
Post A Comment:
0 comments so far,add yours