पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बंगले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप थमने का नाम नहीं ले रहा. समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील यादव ने इस मामले में रविवार को योगी आदित्यनाथ और सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बंगले में तोड़फोड़ सीएम योगी के आदेश पर हुई है. उपचुनावों में हार से हताश मुख्यमंत्री इस मुद्दे के जरिए जनता के बीच अखिलेश यादव की छवि खराब करना चाहते हैं.
इससे पहले शनिवार को मथुरा के बांकेबिहारी के दर्शन करने के बाद अखिलेश ने कहा था कि बीजेपी उन्हें बदनाम कर रही है. सरकार उन्हें लिस्ट सौंपे, जो भी नुकसान हुआ है वह उसकी भरपाई करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों को उनका कमरा, उनके बच्चों का कमरा और मंदिर दिखाना चाहिए. जरूरत पड़े तो शौचालय भी दिखाएं.
बता दें कि राज्य संपत्ति विभाग ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव ने बंगला खाली करने से पहले कई जगह तोड़फोड़ की. शनिवार को राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी बंगले के अंदर की तस्वीर देखकर हैरान रह गए. इस भव्य और आलीशान बंगले में कई ब्लॉक थे. करीब पचीस कमरे, बड़ी रसोई, जिम के आलावा एक भव्य वेटिंग रूम बनाया गया था. अखिलेश यादव का दफ्तर भी था. सिक्योरिटी गार्ड्स के लिए एक ब्लॉक था. वायरिंग, फॉल्स सीलिंग, एयरकंडीशन और बाथरूम तक कई जगह टाइल्स भी उखड़ी हुई हैं.
बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद 5 जून को अखिलेश यादव ने अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया था. इस बंगले की सजावट में करोड़ों रुपया खर्च किया गया था साथ ही इसमें सुख सुविधाओं का हर इंतजाम किया गया था. अब अखिलेश यादव पर आरोप लग रहा है कि उन्होंने बंगला खाली करते वक्त इसे बुरी तरह से उजाड़ दिया गया है.
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