दिल्ली के शनिधाम के संस्थापक दाती महाराज पर लगे बलात्कार के आरोपों पर अयोध्या के संतों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया जाहिर की है. राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी ने साफ कहा है कि आरोप बिना आधार के नहीं लगते. निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. वहीं संत समिति ने भी निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही शिष्या के आरोप पर संदेह भी जाहिर किया है. संत समिति के महामंत्री आचार्य पवन दास शास्त्री ने शिष्या के लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि दाती महाराज पर आरोप उनकी शिष्या ही लगा रही है और संतों पर शिष्या ही आरोप लगाती हैं. उनका मानना है कि वैभव, धन-संपदा को देखते ही उनकी आंखे चौंधिया जाती हैं और संत पर आरोप लगा देती हैं.
उन्होंने कहा कि आरोपों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके. वहीं दूसरी तरफ राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि आरोप बिना आधार के नहीं लगते. अगर दाती महाराज पर आरोप लगे हैं तो इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि आरोपों की सच्चाई सामने आ सके.
बता दें इससे पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने ऐलान किया है कि रेप के आरोप में फंसे महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर दाती महाराज पर जब तक आरोप सिद्ध नहीं हो जाता तब तक वह उनके साथ खड़ा है. परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि का साफ कहना है कि दाती महाराज को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. महंत नरेन्द्र गिरि ने मांग की कि पुलिस आरोप सिद्ध न होने तक दाती महाराज को गिरफ्तार भी न करे. देश में साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि जांच में दोषी पाये जाने पर दाती महाराज को सख्त से सख्त सजा दी जाये.
नरेंद्र गिरी ने कहा कि दाती महाराज ने फोन पर उनसे पुलिस की जांच में सहयोग करने की भी बात कही है. महंत नरेन्द्र गिरि का कहना है कि राजस्थान में बेटियों को बचाने के लिये दाती महाराज ने बड़ा आंदोलन किया था. जिसका नतीजा है कि आज राजस्थान में बेटियां बची हुई हैं. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने दाती महाराज का बचाव करते हुए कहा है कि उन पर लगाए गए आरोप साजिश भी हो सकती है इसलिए जांच पूरी होने तक उनकी गिरफ्तारी न की जाए. महंत के मुताबिक दाती महाराज ने सैकड़ों बच्चियों को अपनी बेटी की तरह पाला है. इस तरह का अभियान चलाने वाला संत कभी किसी महिला के साथ गलत हरकत नहीं कर सकता है.
नरेंद्र गिरी ने कहा, 'दाती महाराज के खिलाफ कोई बड़ी साजिश हुई है और उन्हें फंसाने के लिये केस दर्ज करवाया गया है.' महंत नरेन्द्र गिरि ने कहा कि वह दाती महाराज को बचपन से जानते हैं. उन्होंने मंगलवार सुबह फोन कर खुद को बेगुनाह भी बताया है. ऐसे में उनके मामले की गहराई से जांच की जानी चाहिये. जांच में दाती महाराज दोषी पाये जाते हैं तो जरूर उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाये. लेकिन जब तक दाती महाराज दोषी नहीं साबित होते, तब तक अखाड़ परिषद के साथ ही देशभर के साधु संत उनके साथ खड़े हैं.
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