उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) आनंद कुमार ने बताया है कि उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायकों से रंगदारी मांगने के मामले को यूपी पुलिस ने गंभीरता से लिया है. खुफिया एजेंसियां और एसटीएफ रंगदारी से संबंधित सभी शिकायतों पर तत्परता से काम कर रही हैं. मामले में तेजी से जांच करने के लिए तीन सदस्यों की एक एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन कर दिया गया है.
एसटीफ के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अमिताभ यश को तीन सदस्यीय एसआईटी का प्रमुख बनाया गया है. उनके साथ टीम में एटीएस के एसएसपी जोगेंद्र और एसटीएफ के एसपी त्रिवेणी सिंह को शामिल किया गया है. यह टीम मामले पर कार्रवाई और जांच के संबंध में जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देने का काम करेगी.
भाजपा विधायकों से रंगदारी मांगने वालों में एक और नाम जुड़ गया है. कुशीनगर के भाजपा विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी से भी रंगदारी मांगी गई है. उन्हे एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से पांच मैसेज करके रंगदारी मांगी गई है. रजनीकांत ने लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में मामले की एफआईआर दर्ज करा दी है. सर्किल आफिसर अभय मिश्रा ने कहा कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच की कार्रवाई की जा रही है. अन्य जिलों के चार और विधायकों से भी रंगदारी मांगी गई है.
केस दर्ज कराने के बाद विधायक साकेंद्र ने कहा, कोई डर नहीं
21 मई को सुबह पांच बजकर 13 मिनट पर भाजपा विधायक साकेंद्र वर्मा को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर रंगदारी मांगी गई. रंगदारी नहीं मिलने पर विधायक के परिवार के सदस्यों की हत्या करने की धमकी दी गई. 22 मई की शाम तक उन्हें यह धमकी भिन्न-भिन्न रूप में मिलती रही. विधायक ने किसी भी प्रकार के भय से ग्रस्त होने से इनकार किया है. विधायक की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. वर्मा ने कहा कि पुलिस ने पर्याप्त सुरक्षा दे रखी है.
अब तक इन विधायकों को मिल चुकी है धमकी
1. अनीता लोधी, बुलंदशहर
2. शशांक त्रिवेदी, सीतापुर
3. लोकेंद्र प्रताप सिंह, लखीमपुर खीरी
4. वीर विक्रम सिंह, शाहजहांपुर
5. मानवेंद्र सिंह, शाहजहांपुर
6. विनय द्विवेदी, गोंडा
7. प्रेम नारायण पांडे, गोंडा
8. श्याम बिहारी लाल, बरेली
9. विनोद कटियार, कानपुर देहात
10. मानवेंद्र सिंह, शाहजहांपुर
11. आरके शर्मा, बदायूं
12. रजनीकांत मणि त्रिपाठी, कुशीनगर
13. साकेंद्र वर्मा, विधायक, बाराबंकी
14. धीरेंद्र बहादुर सिंह, रायबरेली
उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से मिले भाजपा विधायक
रंगदारी मांगे जाने के मामले में कुछ बीजेपी विधायकों ने डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा से मुलाकात की. डॉ दिनेश शर्मा ने खुद विधायकों से मुलाकात की पुष्टि की है. विधायकों ने डिप्टी सीएम को व्हॉट्सएप पर मिली धमकी के स्क्रीन शॉट का प्रिंटआउट भी दिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि इस मामले में गृह विभाग को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
दिनेश शर्मा ने बताया कि विधायकों को धमकी मिलने का मामला गंभीर है. इसके लिए प्रमुख सचिव गृह को जरूरी निर्देश दिए गए हैं. मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है. डॉ दिनेश ने बताया कि जल्द ही इस मामले का खुलासा होगा कि कौन इस तरह की हरकत कर रहा है. जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अमेरिका के लैंडलाईन नंबर पर व्हाट्सएप सुविधा लेकर भेजे गए हैं मैसेज
उधर मामले में न्यूज 18 से बातचीत में एडीजी (एलओ) आनंद कुमार ने विधायकों को रंगदारी देने के मामले में बड़ा बयान दिया है. एडीजी ने कहा कि अभी तक की जांच में जो जानकारी सामने आई है उसमें अमेरिका के टेक्सास के लैंडलाईन नंबर पर व्हाट्सएप सुविधा लेकर ये मैसेज दिए जा रहे हैं. इन्हें भेजने में विदेशी सर्वर का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो पड़ोसी देश हमारे प्रति मित्रता का भाव नहीं रखते, उनका भी हाथ इस पूरे मामले में हो सकता है.
एडीजी ने बताया कि जांच में खान अली बुदेश नाम के शख्स का पता चला है. ये पहले दाऊद इब्राहिम का गुर्गा था. कुछ साल पहले ही उससे अलग हो गया है. उन्होंने बताया कि बुदेश बहरीन का रहने वाला है. पता चला है कि वह कुछ साल पहले वह बॉलीवुड स्टार्स को भी धमकी दे चुका है.
व्हाट्सएप एडमिनिस्ट्रेटर और खुफिया एजेंसियों की ली जा रही है मदद
पुलिस के अनुसार मामला इंटरनेशनल डाइमेंशन का है, लिहाजा केंद्रीय और इंटरनेशनल एजेंसियों की मदद ली जा रही है. भारत के प्रति प्रतिकूल रुख रखने वाले देश और उसकी एजेंसी, इसमें शामिल हो सकती हैं. इसके अलावा व्हाट्सएप एडमिनिस्ट्रेटर से भी मदद ली जा रही है.
एडीजी ने बताया कि केंद्र की गुप्तचर एजेंसियों से भी सहयोग लिया जा रहा है. लोगों को इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि धमकी भरे संदेशों में विदेशी गेटवे का इस्तेमाल हो रहा है. मामले में बीजेपी विधायकों के व्हॉटसएप्प ग्रुप को हैक करके ये हरकत की जा रही है. इसके पीछे गहरी साजिश नजर आ रही है.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा: श्रीकांत शर्मा
उत्तर प्रदेश में इन दिनों विधायकों को धमकी देने के मामले से हड़कंप मचा हुआ है. एक ही तरह के व्हॉट्सएप्प मैसेज से इन विधायकों से 10-10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है. इन बीजेपी विधायकों के अलावा अन्य नेताओं से भी ये रंगदारी मांगी गई है. ये संख्या दो दर्जन तक बढ़ सकती है. सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि जांच हर स्तर पर होगी. हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
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