समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र और राज्यों की भाजपा सरकारों पर नदियों की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपयों का ‘बंदरबांट’ करने का आरोप लगाया. अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज में नदियों की ऐसी दुर्दशा हुई है कि अब उनका जल आचमन करने लायक भी नहीं बचा है.'

अखिलेश ने लखनऊ में एक बयान में आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने नदियों की पवित्रता और निर्मलता समाप्त करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है. ‘जल ही जीवन’ के मंत्र को भुलाकर नदियों को नालों में तब्दील किया जा रहा है. गंगा, यमुना, गोमती, हिंडन, वरूणा और कुंआरी नदी का जल बुरी तरह प्रदूषित हैं. इनकी सफाई के नाम पर करोड़ो रुपयों का सिर्फ बंदरबांट हुआ है. फूल खिलाने का वादा करने वाली पार्टी सत्ता में आने पर जलकुंभी उगा रही है.

उन्होंने कहा कि मां गंगा के ‘बुलावे’ पर गुजरात से काशी आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यकाल समाप्ति की ओर है, लेकिन गंगा पहले जैसी ही प्रदूषित है. दिल्ली में यमुना का पानी काला और दुर्गन्धित हो गया है. हिंडन नदी भी प्रदूषण से नहीं बची है. भाजपा राज में नदियों की ऐसी दुर्दशा हुई है कि अब इनका जल आचमन करने लायक भी नहीं बचा है.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि समाजवादी सरकार के समय वाराणसी की वरूणा नदी को प्रदूषण मुक्त एवं सुन्दर बनाने पर काम शुरू हुआ था. लखनऊ में गोमती नदी की सफाई के साथ रिवरफ्रंट के सौंदर्यीकरण का काम हुआ था. भाजपा सरकार की ऐसी बुरी नजर पड़ी कि जनता के आकर्षण का केन्द्र बने रिवरफ्रंट की हरियाली खत्म हो गई है. भाजपा सरकार ने तय कर रखा है कि समाजवादी सरकार के विकास कार्यों को बर्बाद किए बिना वह चैन से नहीं बैठेगी.
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